Durga Aarti Harmonium Notes
In this blog, we present Om Jai Ambe Gauri Harmonium Notes for you to learn and enjoy.
This guide offers Durga Aarti Harmonium Notes, making it one of the Easy Bhajan Songs perfect for beginners.
Whether you are new to playing or looking to expand your repertoire, these notes will help you beautifully play this devotional aarti on your harmonium or keyboard.
- Song – Om Jai Ambe Gauri Harmonium Notes
- Scale or key used – C# Major
- Rhythm – 8 Beat – Keherwa Taal

Om Jai Ambe Gauri Harmonium Notes
ॐ जय अम्बे गौरी
सा सा सा सा सा नि सा रे
मैया जय अम्बे गौरी
रे ग म प प ध प म ग म रे
तुमको निसदिन ध्यावत
रे ग रे ग म म म ग रे ग रे सा
तुमको निसदिन ध्यावत
रे ग रे ग म म म ग रे ग रे सा रे सा
हरि ब्रह्मा शिवारी
सा रे ग रे सा नि ध
ॐ जय अम्बे गौरी
रे रे रे ग रे सा नि सा
अंतरा (Antra)
मांग सिंदूर विराजत
रे सा सा सा नि रे सा सा सा नि रे सा सा
टिको मृगमद को
प म ग ग रे सा
मियां टिको मृगमद को
प प प ध प म ग ग रे सा रे
उज्जल से दो नैना
रे ग रे ग म म ग रे ग रे सा
चन्द्रवदन निको
सा रे रे ग रे सा सा नि ध
ॐ जय अम्बे गौरी
रे रे रे ग रे सा नि सा
Repeat these notations in all stanzas.
अंतरा 2 ( Repeat Same )
कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजे
मैया रक्ताम्बर राजे
रक्त पुष्प दल माला, कंठन पर साजे
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 3 ( Repeat Same )
केहरि वाहन राजत, खड़्ग खप्पर धारी
मैया खड़्ग खप्पर धारी
सुर-नर मुनिजन सेवत, तिनके दुखहारी
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 4 ( Repeat Same )
कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती
मैया नासाग्रे मोती
कोटिक चन्द्र दिवाकर, राजत सम ज्योति
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 5 ( Repeat Same )
शुम्भ निशुम्भ विडारे, महिषासुर धाती
मैया महिषासुर धाती
धूम्र विलोचन नैना, निशदिन मदमाती
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 6 ( Repeat Same )
चण्ड मुण्ड संहारे, सोणित बीज हरे
मैया सोणित बीज हरे
मधु कैटभ दोऊ मारे, सुर भयहीन करे
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 7 ( Repeat Same )
ब्रह्माणी रुद्राणी, तुम कमला रानी
मैया तुम कमला रानी
आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 8 ( Repeat Same )
चौसठ योगिनी मंगल, नृत्य करत भैरों
मैया नृत्य करत भैरों
बाजत ताल मृदंगा, अरु बाजत डमरु
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 9 ( Repeat Same )
तुम ही जग की माता, तुम ही हो भर्ता
मैया तुम ही हो भर्ता
भक्तन की दुःख हरता, सुख सम्पत्ति कर्ता
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 10 ( Repeat Same )
भुजा चार अति शोभित, वर मुद्रा धारी
मैया वर मुद्रा धारी
मनवांछित फ़ल पावत, सेवत नर-नारी
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 11 ( Repeat Same )
कंचन थार विराजत, अगर कपूर बाती
मैया अगर कपूर बाती
श्रीमालकेतु में राजत, कोटि रत्न ज्योति
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
अंतरा 12 ( Repeat Same )
श्री अम्बे जी की आरती, जो कोई नर गावे
मैया जो कोई नर गावे
कहत शिवानंद स्वामी, सुख संपत्ति पावे
ॐ जय अम्बे गौरी ॥
“Om Jai Ambe Gauri” is a popular Hindu devotional aarti dedicated to Maa Durga.
The aarti praises different forms of the Goddess and is sung widely during Navratri and other auspicious occasions.
Om Jai Ambe Gauri Aarti Details
- Aarti Name: Om Jai Ambe Gauri
- Language: Hindi
- Category: Devotional Song / Durga Aarti
- Main Theme: Praise of Maa Durga
- Popular Singers: Anuradha Paudwal, Lata Mangeshkar, Narendra Chanchal, Shreya Ghoshal
- Composer: Traditional
- Scale / Key Used: C# Major
- Rhythm / Taal: 8 Beat – Kaharwa

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